Indian History in Hindi – हमारे बारे में

श्री केदारनाथ

संस्कृति की विपुल निधि, भाषायी मिठास, धरोहरों की विरासत और आध्यात्म के रंग से सराबोर देश ‘भारत’ कितना कुछ अपने में समेटे हुए है। जिधर निकल जाईये रंगों का अनूठा संसार ही पाइयेगा। इन्हीं रंगों को समेटकर आप तक पहुंचाने का प्रयत्न किया है।

भोपाल से वेरुल तक की यात्रा
भोपाल से वेरुल तक की यात्रा

आप सोचेगें-रोड ही क्यों। इसलिए कि रोड से सफर करने से दिखता बहुत है और जो करीब से दिखता है उसी से तो तादात्म्य स्थापित करना आसान होता है।
दूरियों को पाटकर बीच-बीच में यूरोप की सड़क यात्राओं का उल्लेख कर निखालिस यूरोपियन संस्कृति से भी आपको रूबरू करायेंगे। फिलहाल पढ़ें और प्रतिक्रियाएं भेजें क्योंकि संवाद का क्रम बने रहना चाहिए…

उत्सवधर्मिता और औदात्य वाली धार्मिक नगरी अवन्तिपुर बड़ोदिया

मालवा के लोकनाट्य माच में राजा भरथरी का कथानक

ग्राम विहार : उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य की बहन सुन्दरा का गांव सुन्दरसी परमारकालीन वैभविक प्रमाणों से परिपूर्ण

धरोहर विहार -देवबल्ड़ा मंदिर संकुल के शिवमंदिर का पुनर्निर्माण संपन्न, विष्णु मंदिर का पुर्नविधान प्रारम्भ

शैक्षणिक विहार : विस्मयकारी सिक्कों के संग्राहक डॉ. आर. सी. ठाकुर के साथ अंतरंग भेंटवार्ता और महिदपुर का अतीत  

शाजापुर जिले का इतिहास, कार्दमकवंशीय शक ,परमारकालीन क्षत्रपों की पुरातात्विक सम्पदा और लोक संस्कृति

उज्जैन और उसके आसपास का पुरावैभव दर्शाता विक्रम विश्वविद्यालय का अनूठा संग्रहालय-अध्ययनशाला

धार्मिक विहार – लोकास्था और लोकविश्वास की त्रिकोण यात्रा : नलखेड़ा माता, करेड़ी माता और भैंसवा माता

तीर्थ की सात्विक शक्ति से सराबोर घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर

ऊँ के आकार वाले द्वीप की यात्रा : ओंकारममलेश्वर

भोपाल से श्री मल्लिकार्जुन: एक अविस्मरणीय यात्रा