गांव की समग्रता, सीधी-सादी निश्छल ग्रामात्मा और लोक परंपराओं में निहित लोक तत्वों से साक्षात्कार बित्ते भर धूप के उछलने के साथ ही तारीख बदली और हेमंती कोहरे से पटे मध्यप्रदेश के इन्दौर भोपाल राजमार्ग SH 28 पर हमारी मोटर शनैः शनैः सरक रही थी, मार्ग में खजुरी, कोलूखेड़ी, वेदखेड़ी,सीताखेड़ी, पगारिया राम, अगेरा, मेहतवाड़ा गांवों के संकेतक आते गए नेवज नदी को पार करने के उपरांत देवास जिले की सोनकच्छ तहसील के गांव गंधर्वपुरी लिखे संकेतक ने हमारा ध्यान आकृष्ट कर लिया। ‘गंधर्वपुरी’ विस्फारित नेत्रों से पहले तो संकेतक पर दृष्टिपात किया, कुतूहल होना स्वाभाविक था, सूर्याग्नि की प्रतीकात्मक्ता लिए कलामर्मज्ञ गगनचारी इंद्र के अनुचर गन्धर्वों की नगरी, गंधर्वपुरी का संकेतक …