शिवमय स्पंदन की जागृत धरा : ओंकारममलेश्वर ज्योतिर्लिंग तीर्थ

ओंकारममलेश्वर तीर्थ ज्योतिर्लिंग महानगरीय जीविकोपार्जन से परिश्रांत (थकान) और यंत्रबद्ध जड़ता से जी जब उकता जाता है, तब भौतिकता के कल्मष को धोने के लिए मन कहीं दूर चलने को अकुलाता है। यों भी यात्राएं अपने भीतर और बाहर को भली-भांति झांकने (आत्मदर्शी बनाने) का उपयुक्त अवसर प्रदान करती हैं। यात्रा यदि तीर्थ की हो तो भगवत्प्राप्ति और अन्तःकरण की शुद्धि दोनों का ही मार्ग प्रशस्त करती है। अतः इस बार हमने द्वादश ज्योतिर्लिंगों की परिसंख्या में चतुर्थ क्रम में प्रतिष्ठित सात्वक शिवधाम श्री ओंकारममलेश्वर के दर्शन-स्तवन का कार्यक्रम बनाया। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से 263 कि.मी. दूर स्थित ओंकारेश्वर …

Continue Reading

श्री केदारनाथ: देवभूमि उत्तराखण्ड में शिव का चिन्मयी धाम

श्री केदारनाथ

हमारे महामनीषियों ने तरति अनेन इति तीर्थम् की संज्ञा देकर तीर्थों के दर्शन तथा अभिगमन से अन्तःकरण की शुद्धि की जो धर्मदृष्टि प्रतिपादित की है उसे स्वानुभूत करने के अभिलाषी हों तो देवभूमि उत्तराखण्ड के तीर्थों का सेवन कर आइए। जहां द्वादश ज्योतिर्लिंगों के अर्चा विग्रहों के गणनाक्रम में ग्यारहवें स्थान पर प्रतिष्ठित देव देवेश्वर महेशान का चिन्मयी स्थान श्री केदारनाथ धाम जगत्पति जगदीश्वर श्री विष्णु देव की शाश्वत परम स्थली श्री बद्रीनाथ धाम श्री विष्णु के वामपाद के अंगुष्ठ (अंगूठे) से उद्भूत तीर्थ मूर्धन्या गंगा का गंगोत्तरी धाम, सूर्य सुता यमुना का दिव्यातिदिव्य उद्गम स्थल यमुनोत्तरी धाम, सप्तपुरियों में …

Continue Reading

धाम, ज्योतिर्लिंग, सिद्ध तीर्थ, हरिहर क्षेत्र: श्री रामेश्वरम्

श्री रामेश्वरम् मंदिर का पश्चिमी गोपुर

श्री रामेश्वरम् ज्योतिर्लिंग आकाश में सविता भगवान के विराजते ही हमारी आध्यात्मिक यात्रा के नौंवे पड़ाव का प्रारब्ध हो गया। द्वादश ज्योतिर्लिंगों के आगणन में ग्यारहरवें क्रमांक पर प्रतिष्ठित सेतुबन्ध श्री रामेश्वरम् ज्योतिर्लिंग शाश्वत् शिवधाम हमारा अगला गंतव्य था। देश के धुर दक्षिणी छोर पर अवस्थित् रामनाथपुरम् जिले के श्री रामेश्वरम दिव्य चिन्मय क्षेत्र की भोपाल से दूरी 2049 कि.मी. होने के कारण सड़क से यात्रा चरणबद्ध सम्पन्न करने की रूपरेखा बनायी गयी प्रथम चरण के अन्तर्गत 850 कि.मी. का मार्ग 14 घण्टे में सुनिश्चित कर हैदराबाद में रात्रिविश्राम का लक्ष्य निर्धारित किया गया। द्वितीय चरण में 1168 कि.मी. का …

Continue Reading

दिव्य प्रभास क्षेत्र में श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग : शिव का शीर्षस्थ धाम

दिव्य प्रभास क्षेत्र में श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग : शिव का शीर्षस्थ धाम

द्वादश ज्योतिर्लिंगों के परिगणन में शीर्षस्थ क्रम श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग आध्यात्मिक यात्रा के आठवें पड़ाव हेतु, द्वादश ज्योतिर्लिंगों के परिगणन में शीर्षस्थ क्रम में प्रतिष्ठित श्री सोमनाथ आदि ज्योतिर्लिंग की दर्शनाभिलाषा लिए हमने गुजरात के शाश्वत संस्कृति तीर्थ सौराष्ट्र के दिव्य प्रभास क्षेत्र में सर्वदुःखप्रमोष, सदाशिव के शरणागत् होने का मानस बनाया। भोपाल से राजकोट तक की लगभग 800 कि.मी. का यात्रा (SH-18/NH-47) राजमार्गों पर 13 घण्टे की समयावधि में सम्पन्न होनी थी, इसलिए यात्रा का प्रारम्भ अल सुबह ही हो गया। यात्रा की शुरुआत, माही नदी का विस्तार और अनास नदी अपनी सहायिका मोड के साथ ग्रीष्म …

Continue Reading

द्वादश ज्योतिर्लिंग क्रम में पांचवां : परली वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग धाम

परली वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग धाम

धूप का सूट पहन पीताभ-धवल फूलों की टाई लगा ऋतु का राजकुमार आज स्वयं सड़कों पर उतर आया हो, कुछ ऐसी ही अनुभूति हमें महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में औरंगाबाद से बीड़ जिले की परली तहसील जाने वाले मार्गों पर हो रही थी। अपनी आध्यात्मिक यात्रा के सांतवें चरण में द्वादश ज्योतिर्लिंगों के गणनाक्रम में पांचवें स्थान पर प्रतिष्ठित श्री परली वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग शिव धाम हमारा अगला गंतव्य स्थल था। 212 किमी की साढ़े चार घण्टे की यात्रा में NH-82 और परली-बीड़ राजमार्ग से गुजरते हुए हम बसंत के आगमन से पुलकित धरा, मौसमदार कपास, अंकुराए ज्वार-बाजरा और गन्ने के …

Continue Reading

आद्य ज्योतिर्लिंग नागेश्वर: आशुतोष शिव का दिव्य धाम

द्वादश ज्योतिर्लिंगों के परिगणन में आठवें क्रमांक पर प्रतिष्ठित आद्य ज्योतिर्लिंग नागेश्वर: आशुतोष शिव का दिव्य धाम

आद्य ज्योतिर्लिंग नागेश्वर पूर्व क्षितिज का किवाड़ खोलकर रथारूढ़ प्रभाकर धीरे-धीरे अवतरित होते हुए, भोरहरी में झरते हरसिंगार के फूल और ऊदी-ऊदी दूब पर ओस के कण, ऐसा लगा मानो पवित्र प्रसून सूर्य देवता के स्वागतार्थ स्वमेय चढ़ गये हों। औरंगाबाद में वेलकम ग्रुप से सम्बद्ध रामा इन्टरनेशलन के बगीचे में टहलते हुए सूर्य देवता का आगमन लुभावना लग रहा था, लेकिन द्वादश ज्योतिर्लिंगों के परिगणन में आठवें क्रमांक पर प्रतिष्ठित आशुतोष शिव के शाश्वत धाम की यात्रा का समय हो चुका था। इसीलिए महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित आद्य ज्योतिर्लिंग श्री नागनाथ के दर्शनापेक्षी हम सुबह 7 बजे …

Continue Reading